सम्पूर्ण देश में इस समय कोरोना के लगभग 35 हज़ार मामले संदिग्ध पाए गए हैं । लॉक डाउन को 17 मई तक बढ़ा दिया गया है । आखिर प्रश्न यह उठता है कि . वे कौन से कारण थे जिनके कारण भारत में इस वायरस का विस्तार इतनी तेजी से हुआ । वे प्रमुख कारण निम्नवत हैं ।
विदेशीपर्यटकोंकेकारण
सर्वप्रथम
हमारे
देश
में
कोरोना
वायरस
का
आगमन
विदेशी
पर्यटकों
ण्ण्यथा
इटली
ए
ईरान
के
लोंगो
के
आने
के
कारण
हुआ
ए
साथ
ही
ऐसे
लोग
जो
भारत
के
निवासी
होने
के
बावजूद
चीन
ए
ईरान
से
वापस
लौट
आए
थे
।
वे
लोग
भी
अपने
साथ
इस
वायरस
को
लेकर
आये
।
तब्लीगीज़मात
दूसरा
महत्वपूर्ण
कारक
दिल्ली
के
निजामुद्दीन
में
तब्लीगीयो
के
जुटान
के
कारण
हुआ
।
ये
तब्लीगी
ईरान
ए
इंडोनेशिया
ए
श्रीलंका
इत्यादि
जगहों
से
आये
व
कई
दिनों
तक
मस्जिदों
में
सोशल
डिस्टेन्स
की
धज़्ज़िया
उड़ाकर
अनजाने
में
ही
संक्रमण
को
फैलाने
में
महती
भूमिका
निभाई
।
जमाती
दिल्ली
से
पांच
ट्रेनों
के
जरिये
देश
के
अलग
अलग
हिस्सों
में
गए
।
जिनके
कारण
तेज़ी
से
संक्रमण
फैला
।
मुंबईकेबांद्रामेंमज़दूरोंकीभीड़
देश
की
आर्थिक
राजधानी
मुंबई
के
बांद्रा
के
पास
हज़ारों
की
संख्या
में
प्रवासी
मज़दूरों
की
भीड़
इकट्ठा
हो
गई
थी
।
वे
सभी
मज़दूर
अपने
घर
जाने
के
लिए
वहाँ
पर
एकत्रित
हुए
थे।
हालांकि
बाद
में
पुलिस
को
भीड़
को
हटाने
के
लिए
लाठीचार्ज
का
भी
सहारा
लेना
पड़ा
।
यहाँ
पर
अनजाने
में
ही
सैकड़ो
संक्रमित
व्यक्ति
एक
दूसरे
के
संपर्क
में
आ
गए
थे
।
मंडियोंमेंउमड़ीभीड़केकारण
क डाउन के दौरान सब्ज़ी मंडियों ए गल्ला मंडियों व दूध मंडियों को सामाजिक दूरी के नियमो के पालन के साथ खोलने की छूट दी गई थी । परन्तु पाबंदियों के बावजूद जुटी हुई भीड़ ने सोशल डिस्टेंसिंग के नियमो को धता बताकर ए धज़्ज़िया उड़ाकर संक्रमण को तेजी से फैलने में सहायता की।
पुलिस
व
प्रशासन
के
मना
करने
के
बावजूद
लोग
मानने
के
लिए
तैयार
नहीं
हुए
ए
नतीजन
देश
में
संक्रमितों
की
संख्या
में
जबरदस्त
तेज़ी
देखने
को
मिली
।
दवाबिक्रीकेकारण
देश
के
कुछेक
हिस्सो
में
दवा
मंडियों
ने
भी
संक्रमण
को
फैलाने
में
महती
भूमिका
निभाई
है।
बताया
जाता
है
कि
दवा
के
बड़े
व्यापारी
दिल्ली
से
कुछ
ही
दिन
पहले
वापस
आये
थे
ए
उन्होंने
यह
बात
प्रशासन
से
छुपाई
।
चूंकि
दवा
मण्डिया
लगातार
खुली
रही,
अतएव
खुदरा
व्यापारियों
के
माध्यम
से
यह
संक्रमण
कॉलोनियों
में
भी
फैल
गया
।
हालांकि
बाद
में
प्रशासन
ने
सम्पूर्ण
एरिया
को
सील
करके
संक्रमण
को
रोकने
की
हरसंभव
कोशिश
की
।
होमडिलीवरीकरनेवालेलड़केकेमाध्यमसे
घर
पर
सामान
पहुंचाने
वाले
लड़के
को
संक्रमण
था
।
जिसके
कारण
एक
परिवार
के
लगभग
आधा
दर्जन
से
अधिक
लोग
संक्रमित
हो
गए
।
तदुपरांत
उनके
माध्यम
से
अन्य
लोग
भी
इस
वायरस
से
चपेट
में
आये
।
सब्ज़ी
व दूध
वालो
के
माध्यम
से
भी
अनेक
जगहों
पर
संक्रमण
की
खबरे
आती
रही
।
निष्कर्ष
निष्कर्षतः यह कहा जा सकता है कि भारत में इस वायरस को प्रसारित करने में अनेक कारण थे । वैसे देखा जाय तो हवाई अड्डों पर ही आगत लोंगो के टेस्ट से काफी हद तक इस वायरस को फैलने से रोका जा सकता था । जब तक सरकार चेती तब तक बहुत देर हो चुकी थी। केरल में फैलते संक्रमण को भी वहाँ की सरकार रोकने में असफल रही । तब्लीगीयो को भी एक जगह रोककर इस पर काबू किया जा सकता था । अभी भी हम चाहे तो एक सीमा के बाद इसे हराया जा सकता है ए रोका जा सकता है ।