कोरोना वायरस बहुत ही सूक्ष्म लेकिन अत्यंत ही प्रभावी वायरस है। यह वायरस मानव के बाल की तुलना में 900 गुना छोटा है। अब तक ईरान चीन, इटली, और दक्षिण कोरिया जैसे देश इससे बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण से जुकाम, सांस लेने में तकलीफ इत्यादि जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती है। इसकी शुरुआत चीन में स्थित वुहान शहर से हुई थी। इस वायरस को रोकने के लिए वैज्ञानिक अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे हैं परन्तु अभी तक सफलता हाथ नहीं लगी है। हालांकि चीन इस संदर्भ में टीका बना लेने का वादा कर रहा है।
चीन में कोरोना वायरस के कहर से मृत्यु को प्राप्त होने वालो की संख्या लगभग 45000 को पार कर गई है। इस संख्या में उत्तरोत्तर वृद्धि दर्ज हो रही है। भारत में अब तक इसके 42 मामले सामने आ चुके हैं। पूरी दुनिया में इस वायरस से संक्रमित लोंगो की संख्या 1 लाख के पार चली गई है।
लक्षण
कोरोना वायरस के संक्रमण के वजह से, जुकाम, बुखार, सांस लेने में तकलीफ, गले में खराश, नाक बहना, जैसी समस्याएं परिलक्षित होने लगती हैं। यह वायरस जानवरो के माध्यम से मनुष्यों में पहुँचा। इसकी तीव्रता,क मनुष्य के माध्यम से दूसरे तक पहुंचने में बहुत होती है। इस संदर्भ में खासी सावधानी बरतनी होगी । इस वायरस की पहचान दिसम्बर माह में चीन में हुई।
बचाव
स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस वायरस से बचने के अति आवश्यक दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय से जारी दिशा निर्देश के अनुसार खाने से पहले हाथों को साबुन से धोना है , व दस्ताने जिनमे अल्कोहल या स्प्रिट लगी हो का प्रयोग करना है । खांसते या छींकते समय नाक को और मुंह पर रूमाल या टिशू पेपर रखने की हिदायत दी है।
जिन व्यक्तियों को सर्दी व फ्लू के लक्षण हो उनसे सख्ती से दूरी बनाकर रखने को भी कहा गया है। अंडे, मांस के सेवन से दूर रहने की सलाह दी गई है व जंगली जानवरों के संपर्क में न आने की सलाह भी दी गई है।
अर्थव्यवस्था पर असर
कोरोना वायरस का विश्वव्यापी असर पड़ना स्वाभाविक ही है। चीन में इस वायरस के प्रकोप के चलते पर्यटकों की संख्या में काफी गिरावट देखी गई है। चीन में अर्थव्यवस्था की हालत पहले से ही काफी कमजोर है। इस प्रकोप से और भी सुस्ती आना स्वाभाविक ही है। कई देशों ने अपने नागरिकों को चीन न जाने की सलाह दी है वही अनेक देशों ने वुहान से आने वाले लोंगो पर सख्त प्रतिबन्ध लगा दिया है। भारत में भी इसका असर पड़ना शुरू हो गया है। निःसन्देह पर्यटकों के आवागमन में यह रोड़ा साबित होगा।
निष्कर्ष
यह कहा जा सकता है कि कोरोना वायरस का प्रकोप विश्वव्यापी हो चुका है। समस्त देशों की अर्थव्यवस्था पर भी इसका असर दूरगामी होगा। आने वाले दिनों में इससे उबरना, सम्भलना अपने आप मे एक चुनौती से कम नहीं होगा। इससे घबराने की जगह अगर थोड़ी सी सावधानी बरतें तो से इस वायरस की चपेट में आने से बच सकते हैं I