समुद्र की गहराईयों में कई अनोखे जीव रहते हैं, लेकिन कभी-कभी कुछ ऐसे जीव भी दिख जाते हैं जो सभी को हैरान कर देते हैं। ऐसा ही एक जीव है ओअरफिश, जिसे ‘डूम्स डे फिश’ भी कहा जाता है। अमेरिका के कैलिफोर्निया में कुछ गोताखोरों ने समुद्र के किनारे इस दुर्लभ मछली को देखा। यह मछली लगभग 4 मीटर लंबी थी, जो इसे और भी अद्भुत बनाती है।
क्यों कहते हैं इसे ‘डूम्स डे फिश’?
ओअरफिश को ‘डूम्स डे फिश’ या ‘एंड ऑफ द वर्ल्ड फिश’ कहा जाता है, क्योंकि इसका दिखना प्राकृतिक आपदाओं का संकेत माना जाता है। जापानी लोककथाओं में इसका जिक्र एक अशुभ संकेत के रूप में किया गया है। माना जाता है कि यह मछली जब भी समुद्र के किनारे दिखती है, तो उसके बाद भूकंप या सुनामी जैसी आपदाएं आ सकती हैं। इस मान्यता ने इस मछली को एक रहस्यमयी और डरावनी छवि दी है।
ओअरफिश की अनोखी बनावट और जीवनशैली
ओअरफिश का वैज्ञानिक नाम रेगलेक्स ग्लेसने है। यह मछली सामान्यत समुद्र के 200 से 1000 मीटर की गहराई में रहती है, जहाँ सूर्य की किरणें भी नहीं पहुँच पातीं। इसकी लंबाई और अनोखी बनावट इसे और भी रहस्यमयी बनाती है। क्योंकि यह मछली इतनी गहराई में रहती है, इसलिए इसे देखना बेहद दुर्लभ होता है। कैलिफोर्निया में इसे देखना भी एक दुर्लभ घटना थी, क्योंकि यह केवल 20वीं बार था जब इसे यहाँ देखा गया।
वैज्ञानिकों के लिए शोध का विषय
गोताखोरों ने इस मछली के बारे में रिपोर्ट की, जिसके बाद इसे अमेरिका की नेशनल ओशियनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (NOAA) के पास भेजा गया। वहां वैज्ञानिकों ने इसकी मौत के कारणों का पता लगाने के लिए इसे ऑटोप्सी के लिए भेजा। यह मछली अपने जीवनकाल में समुद्र की गहराईयों में रहती है, और इसलिए इसका इस तरह से समुद्र के किनारे आना वैज्ञानिकों के लिए शोध का विषय बन गया है।
क्या ओअरफिश सच में आपदा का संकेत देती है?
इस मछली के बारे में मान्यता है कि यह प्राकृतिक आपदाओं का संकेत देती है। कहा जाता है कि जापान और अन्य कई जगहों पर इसके दिखने के बाद भूकंप या सुनामी जैसी घटनाएं सामने आई हैं। हालांकि, वैज्ञानिकों का मानना है कि इसके दिखने और आपदाओं के बीच कोई ठोस संबंध अभी तक साबित नहीं हुआ है, लेकिन इस मान्यता ने ओअरफिश को रहस्य का विषय बना दिया है।
समुद्र तट पर क्यों आ जाती हैं ओअरफिश?
ओअरफिश का समुद्र के किनारे आना एक रहस्यमयी घटना है। वैज्ञानिकों का मानना है कि गहराई में रहने वाले इन जीवों का तट पर आना उनके बीमार, घायल या भ्रमित होने का संकेत हो सकता है। यह भी संभव है कि पानी के तापमान में बदलाव या अन्य समुद्री कारणों से ये मछलियाँ सतह के करीब आ जाती हों। इस विषय में अधिक शोध की आवश्यकता है ताकि इस दुर्लभ मछली के जीवन और उसके व्यवहार को समझा जा सके।
लोककथाओं में ओअरफिश का जिक्र
जापानी लोककथाओं में ओअरफिश को लेकर कई कहानियां प्रचलित हैं। इसके दिखने को लोग अशुभ मानते हैं और इसे ‘डूम्स डे फिश’ का नाम दिया गया है। ऐसी मान्यता है कि ओअरफिश समुद्र की गहराई में होने वाली हलचल को महसूस कर लेती है और इसलिए यह आपदा से पहले सतह पर दिखती है। इन कहानियों के कारण कई जगहों पर लोग ओअरफिश के दिखने से डरते हैं और इसे अनहोनी का संकेत मानते हैं।
ओअरफिश एक रहस्यमयी समुद्री जीव है, जो अपनी अनोखी बनावट और कथाओं में अपने संदर्भ के कारण लोगों के बीच आकर्षण और डर दोनों का कारण बनता है। चाहे इसके दिखने का कारण कुछ भी हो, लेकिन ओअरफिश का हर बार देखा जाना एक अनोखा अनुभव होता है, जो हमें समुद्र की रहस्यमयी दुनिया के और करीब ले आता है।