कैंसर के बारे में सोचते ही दिमाग में सबसे पहले लक्षणों का ख्याल आता है – जैसे शरीर में दर्द, थकान या वज़न कम होना। लेकिन कुछ कैंसर ऐसे होते हैं जो बिना किसी लक्षण के शरीर में बढ़ते जाते हैं, और हमें उनका पता भी नहीं चलता। जब तक हमें इनके बारे में जानकारी होती है, तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। ये कैंसर इतने चुपचाप तरीके से बढ़ते हैं कि उन्हें पहचान पाना बहुत मुश्किल हो जाता है। ऐसे कैंसर को “साइलेंट किलर्स” कहा जाता है।
आइए जानते हैं उन कैंसरों के बारे में जो अक्सर बिना किसी चेतावनी के बढ़ते हैं और आपकी जान के लिए खतरा बन सकते हैं।
पैनक्रियाटिक कैंसर
पैनक्रियाटिक कैंसर उन कैंसरों में से एक है, जो बिना किसी लक्षण के बढ़ते जाते हैं। यह आमतौर पर तब तक पहचान में नहीं आता जब तक यह गंभीर अवस्था में न पहुंच जाए। पैनक्रियास शरीर में पाचन क्रिया से जुड़ा महत्वपूर्ण अंग है। इस कैंसर का सबसे बड़ा खतरा यह है कि यह सामान्यतः पहले के चरण में कोई लक्षण नहीं दिखाता। जब यह बाइल डक्ट (पित्त नलिका) पर असर डालता है, तब ही यह जॉन्डिस (पीलिया) जैसे लक्षणों के रूप में सामने आता है, लेकिन यह बहुत कम मामलों में होता है।

पेट का कैंसर
पेट का कैंसर भी धीरे-धीरे बढ़ने वाला कैंसर है, जिसे पहचान पाना मुश्किल होता है। यह कैंसर भी सामान्यतः शुरुआती दौर में कोई लक्षण नहीं दिखाता। पेट में हल्का दर्द या अपच हो सकता है, लेकिन यह किसी बड़ी बीमारी का संकेत नहीं होता। पेट के कैंसर का मुख्य लक्षण तब सामने आता है जब यह पेट की रक्त वाहिकाओं को प्रभावित करता है और रक्तस्राव होने लगता है। हालांकि, यह लक्षण तब दिखाई देता है जब कैंसर काफ़ी बढ़ चुका होता है, और जल्दी इलाज का मौका नहीं मिलता।

लिवर का कैंसर
लिवर कैंसर भी अक्सर शुरुआती दौर में कोई लक्षण नहीं दिखाता। यह कैंसर धीरे-धीरे लिवर के भीतर बढ़ता है और जब लिवर के कार्य में रुकावट आती है, तब इसका असर शरीर पर दिखाई देने लगता है। जब लिवर के कैंसर के लक्षण जैसे पेट में दर्द, वज़न कम होना, और पीलिया दिखने लगते हैं, तब कैंसर काफ़ी बढ़ चुका होता है और इसका इलाज कठिन हो जाता है।

अंडकोष का कैंसर
अंडकोष का कैंसर महिलाओं में अक्सर बिना लक्षण के विकसित होता है। यह कैंसर बहुत धीरे-धीरे बढ़ता है, और इसकी शुरुआत आमतौर पर पेट में हल्का दर्द, कब्ज़, और पेट फूलने जैसे सामान्य लक्षणों से होती है। इन लक्षणों को कई महिलाएं सामान्य परेशानी मानकर नज़रअंदाज़ कर देती हैं। लेकिन जब यह कैंसर बढ़ता है, तो यह लक्षण अधिक गंभीर हो जाते हैं और इलाज के लिए समय बहुत कम बचता है।

रक्त कैंसर
रक्त कैंसर, जिसे ल्यूकीमिया कहा जाता है, भी धीरे-धीरे विकसित होने वाला कैंसर है। यह शरीर के रक्त कोशिकाओं को प्रभावित करता है और इसका असर शरीर में थकान, बुखार, शरीर में दर्द और सूजन जैसी सामान्य लक्षणों के रूप में होता है। शुरुआती चरणों में यह लक्षण बहुत हल्के होते हैं, और लोग इसे सामान्य बीमारी मानकर नज़रअंदाज़ कर देते हैं।

साइलेंट किलर्स के बारे में जानना और समय पर इनका पता लगाना बहुत जरूरी है। अगर आप या आपके आसपास किसी को इन लक्षणों का सामना हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और नियमित स्वास्थ्य जांच करवाएं। समय रहते इलाज मिलने से कैंसर को काबू में किया जा सकता है और आपकी जान बचाई जा सकती है।