चमगादड़ इस पृथ्वी पर एकमात्र ऐसा अद्भुत प्राणी है जो उड़न स्तनधारी है।दुनिया में बहुत से लोंगो की पसन्द में इसे शुमार किया जाता है। अधिकाधिक समानताओं के बावज़ूद इनकी प्रजातियों में अलग अलग जींवन शैली देखने को मिलती है। इनकी विशेषताएं निम्नवत हैं।
1 – मैक्सिकन दुम (पूंछ) वाले चमगादड़ अपनी उड़ान क्षमता के लिए जाने जाते हैं। इनकी उड़ान क्षमता 60 मील प्रति घण्टे तक की है। प्रति निशा (रात) ये लगभग 250 मील तक का सफर तय करने की क्षमता रखते हैं।
2 – पिशाच चमगादड़ खून नही चूस पाते हैं। वे सिर्फ त्वचा को काटकरए उस पर घाव बनाकर उसे चाटते है।
3 – इनमें से कुछ चमगादड़ तो गाय का रक्त भी पीते हैंए साथ ही बकरियों पर हमला करने वाली प्रजाति भी बहुतायत से मिलती है। सफेद पंख वाले चमगादड़ तो चूज़ों की तरह व्यवहार करते हैं ताकि वे मुर्गियों को मूर्ख बनाकर उन्हें अपना शिकार बना सकें।
4 – अमेरिका में सभी चमगादड़ों की 50 प्रतिशत से अधिक लुप्तप्राय प्रजातियां पाई जाती हैं।
5 – अपनी विशिष्ट व अद्वितीय पंख संरचना के कारण ये स्तनधारी जीव संसार के अन्य पक्षियों की तुलना में कहीं अधिक कुशलता से उड़ सकते हैं।
6 – चमगादड़ दुनिया के किसी भी कोने में आसानी से मिल जाते हैं। अटलांटिक से लगायत अर्जेन्टीना और अफ्रीका के दक्षिणी बिंदुओं तक भी।
7 – एक बहुत ही भूखा चमगादड़ 60 मिनट में लगभग 600 कीड़ो को आसानी से मार सकता है।
8 – अब कल्पना कीजिए कि 150 बड़े ही भूखे व भूरे चमगादड़ रात को खीरे के खेतों में गश्त करते हैंए कीड़ो को समाप्त कर वे अरबो डॉलर बचाने में हमारी मदद कर सकते हैं।
9 – यहां यह बात ध्यातव्य है कि, यदि आप पिशाच चमगादड़ों से डर गए तो आप यह भी जान ले कि पश्चिमी अफ्रीका में इनकी एक ऐसी भी प्रजाति पाई जाती है जो कम्बल के रूप में मकड़ी के जाले का उपयोग करते हैं।
10 – सभी चमगादड़ों में से केवल रक्तपान करने वाले ही उन्मुक्त रूप से जमीन पर जा सकते हैं।
11 – सबसे भयंकर भौरा बल्ला है। जो लगभग 2 ग्राम वज़नी है। इस छोटे से चमगादड़ को आसानी से भौरें की संज्ञा से बुलाया जा सकता है।
12 – चमगादड़ गुआनो फास्फोरस और नाइट्रोजन की उच्च सांद्रता के लिए एक सर्वोत्कृष्ट उर्वरक भी बनाने में सक्षम है।
13 – वैसे अमेरिकी युद्ध के दौरान असली बारूद बनाने के लिए गुआनो का इस्तेमाल किया गया था।
14 – चमगादड़ की तरह अंधा – वाक्यांश पूर्णतया गलत है। न केवल वे सटीक व अच्छी तरह से देख सकते हैंए बल्कि उनमें से कुछ श्यूवी प्रकाश का पता लगाने में भी सक्षम है।
15 – ज्ञात सूत्रों के अनुसार सबसे पुराना ज्ञात चमगादड़ लगभग 50 मिलियन साल पहले रहता था
16 – चमगादड़ों की विशाल प्रजातियां खूब सोती हैए एकांतवास करती हैंए प्रजनन करती हैं और उल्टा लटकते हुए मर जाती हैं।
17 – जब ये उल्टे लटके हुए होते हैं और कोई उधर से गुजरता है तो ये चमगादड़ अपने पंजे नही खोलते हैं। जब इन्हें कोई हिलाता है तब भी ये अपने पंजे नही खोलते हैंए और लोग इन्हें मरा हुआ समझ लेते हैं।