राजेश खन्ना के स्टारडम का दौर ऐसा था जब उनके बंगले के बाहर रोज़ दस हज़ार महिलाएं जमा होती थीं। मुमताज़, जो उनकी पड़ोसी और को-स्टार थीं, उनसे जलने वाली इन महिलाओं की नजरों में चुभती थीं। यह कहानी है प्यार, शोहरत और दीवानगी की एक अनकही दास्तान।

राजेश खन्ना के स्टारडम का दौर ऐसा था जब उनके बंगले के बाहर रोज़ दस हज़ार महिलाएं जमा होती थीं। मुमताज़, जो उनकी पड़ोसी और को-स्टार थीं, उनसे जलने वाली इन महिलाओं की नजरों में चुभती थीं। यह कहानी है प्यार, शोहरत और दीवानगी की एक अनकही दास्तान।
1960 के दशक में मुमताज़ और शम्मी कपूर की प्रेम कहानी शुरू तो हुई, लेकिन कपूर परिवार के एक सख्त नियम के चलते अधूरी रह गई। मुमताज़ ने अपने करियर को चुना और शम्मी को ठुकरा दिया। यह किस्सा आज भी बॉलीवुड की सबसे भावुक कहानियों में गिना जाता है।
कबीर बेदी की पहली शादी का सफर एक अनोखी शुरुआत से दर्दनाक मोड़ तक पहुंचा। ओपन मैरिज, प्रोतिमा का त्याग, परवीन बॉबी से जुड़ाव और बच्चों की ज़िम्मेदारी ने इस रिश्ते को जटिल बना दिया। यह कहानी प्यार, स्वतंत्रता और टूटते भरोसे के बीच जूझते एक इंसान की सच्चाई बयां करती है।
राज कपूर और नरगिस की प्रेम कहानी बॉलीवुड की सबसे चर्चित और भावनात्मक कहानियों में से एक है। फिल्मों से शुरू हुआ उनका रिश्ता गहराता गया, लेकिन शादीशुदा राज कपूर से दूर होकर नरगिस ने ‘मदर इंडिया’ के दौरान सुनील दत्त को जीवनसाथी चुना। यह मोहब्बत अधूरी रहकर भी अमर हो गई।
मधुबाला और प्रेमनाथ की प्रेम कहानी बॉलीवुड की उन अनकही दास्तानों में से एक है, जिसमें इश्क़ था, इज़हार था, लेकिन अंजाम अधूरा रह गया। जब मधुबाला ने प्रेमनाथ को गुलाब देकर अपने प्यार का इज़हार किया, तब किसी ने नहीं सोचा था कि धर्म की दीवार इस मोहब्बत को तोड़ देगी।
निम्रत कौर की जिंदगी के हैरान कर देने वाले राज जिन्हें बहुत कम लोग जानते हैं। जानिए कैसे एक सेना की बेटी ने थिएटर से लेकर बॉलीवुड और हॉलीवुड तक अपना परचम लहराया।
पवन कल्याण सिर्फ एक अभिनेता ही नहीं, बल्कि नेता और समाजसेवी भी हैं। जानिए उनके जीवन से जुड़े रोचक तथ्य, जो उनकी असली पहचान और सफर को करीब से दिखाते हैं।
1950 के दशक में बॉलीवुड में एक ऐसी प्रेम कहानी चर्चा का विषय बनी थी, जिसने सभी को चौंका दिया। यह कहानी थी देव आनंद और सुरैया की। दो दिल जो एक-दूसरे से बहुत प्यार करते थे, लेकिन उनकी लव स्टोरी का दुखद अंत हुआ।...
अमिताभ बच्चन और विनोद खन्ना की दोस्ती बॉलीवुड में मशहूर थी। एक वक्त ऐसा भी आया जब विनोद ने फिल्म इंडस्ट्री छोड़ने का फैसला किया। इसे सुनकर अमिताभ ने उन्हें रोकने की पूरी कोशिश की, लेकिन विनोद का जवाब इतना चौंकाने वाला था कि हर कोई हैरान रह गया।
देव आनंद ने अपने अनोखे अंदाज़ और संगीत के प्रेम से सिनेमा में नई दिशा दी। उनके जीवन के रंगीन पहलू और फ़िल्में आज भी दर्शकों के दिलों में जीवित हैं।
सायरा बानो की पहली फ़िल्म की शूटिंग पर जब दिलीप कुमार ने साथ काम करने से इनकार किया, तो वह रो पड़ीं। जानें उस दिन की दिलचस्प कहानी और कैसे बदल गई उनकी जिंदगी!
संजय कपूर ने सिनेमा के बदलते मिजाज पर अपनी बेबाक राय दी है। उनका मानना है कि अब केवल नायक की भूमिका नहीं, बल्कि विविध और चरित्र भूमिकाएं भी महत्वपूर्ण हो गई हैं। ओटीटी प्लेटफार्म पर कलाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने का नया अवसर मिला है। उम्र अब बस एक संख्या है।
दीपिका पादुकोण ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि उनका बॉलीवुड में एक अलग स्थान है! IMDb की पिछले दशक की सबसे अधिक देखी जाने वाली भारतीय सितारों की सूची में उन्होंने शीर्ष स्थान हासिल किया है।
सैफ अली खान ने ‘हम तुम’ में रानी मुखर्जी के साथ अपने किसिंग सीन को सिनेमा का सबसे खराब किस बताया। 28 मई को इस फ़िल्म ने अपने 20 साल पूरे कर लिए हैं। सैफ और रानी की केमिस्ट्री को बहुत पसंद किया गया था, लेकिन रानी इस सीन को लेकर असहज थीं।
जीनत अमान ने अपनी मां सिंडा के बारे में कुछ ऐसी बातें बताईं, जो पहले कभी नहीं सुनी गई थीं। उन्होंने बताया कि जब वह घर से भाग गईं, तो उनकी मां का दिल टूट गया था। लेकिन जब उनका पहला बेटा पैदा हुआ, तो सब ठीक हो गया।
हॉलीवुड की यह अभिनेत्रियाँ फिल्म इंडस्ट्री में न केवल अपनी शानदार अभिनय के लिए बल्कि अपने सामाजिक और वैयक्तिक संदेश के लिए भी प्रसिद्ध हैं। उनकी प्रतिभा और उनका समर्थन दर्शाते हुए, ये हॉलीवुड अभिनेत्रियाँ न केवल फिल्म इंडस्ट्री में बल्कि समाज में भी महत्वपूर्ण दर्शक हैं।
जया प्रदा (Jaya Prada)- 80 के दशक की मशहूर अभिनेत्री, पिछले कुछ दिनों से अपने पुराने मामले को लेकर काफी चर्चा में हैं।
बॉबी देओल, जो वर्तमान में अपनी नवीनतम फ़िल्म ‘एनिमल’ की सफलता से उत्साहित हैं, ने हाल ही में अपने प्रशंसकों के साथ एक विशेष वीडियो साझा किया। इस वीडियो में, उन्होंने फ़िल्म से जुड़े कई प्रश्नों के उत्तर दिए और अपने पसंदीदा संवाद और गीत का भी उल्लेख किया। उनकी यह भी बात चर्चा में रही कि वे जल्द ही दक्षिण भारतीय फ़िल्म उद्योग में प्रवेश कर सकते हैं।
ऑड्रे नेथरी का जीवन संघर्ष इंटरनेट पर मीम्स की अपार दुनिया में एक विशिष्ट प्रेरक शक्ति के रूप में उभरा है। उनके वायरल हुए वीडियो और स्नातक स्तर की शिक्षा में अर्जित सफलताओं ने उनके आत्मविश्वास और साहस की गाथा को प्रतिपादित किया है। उनके जीवन की गाथा उनकी मानवीयता और अटूट संघर्षशीलता की जीवंत मिसाल है, जिसे वे सीमाओं को पार करके जी रही हैं।
गुरु दत्त, जिन्हें अक्सर “भारतीय ऑरसन वेल्स” के रूप में स्मरण किया जाता है और जिनके निर्देशन में बनी फ़िल्में “प्यासा” (1957) और “साहिब बीबी और गुलाम” (1960), उन्होंने अपनी अद्वितीय प्रतिभा के द्वारा भारतीय सिनेमा में एक अलग पहचान बनाई थी।