आजकल, जब हर इंसान अपनी एक विशिष्ट राय रखता है, तो इस तथ्य को नजरअंदाज़ करना आसान है कि किसी को केवल उसकी शक्ल के आधार पर आंकना गलत है! प्राची निगम के साथ भी यही हुआ!
आजकल, जब हर इंसान अपनी एक विशिष्ट राय रखता है, तो इस तथ्य को नजरअंदाज़ करना आसान है कि किसी को केवल उसकी शक्ल के आधार पर आंकना गलत है! प्राची निगम के साथ भी यही हुआ!