बिटकाॅयन की शुरूआत 3 जनवरी 2009 को हुई। यह एक ऐसी मुद्रा है जिसकी सिर्फ गणना होती है। इसका आभास किया जा सकता है पर यह दृष्टिगोचर नहीं होती क्योंकि इसका कोई भौतिक रूप नहीं है। वास्तव में यह डिजिटल युग की डिजिटल करेंसी है जो सिर्फ कम्प्यूटर नेटवर्किंग के द्वारा विनिमय करती है। इसके प्रयोग में कोई शुल्क नहीं लगता। इसकी क्रेडिट लिमिट नहीं है। इसका मूल्य इसकी आपूर्ति और माँग के अनुसार बढ़ता रहता है।